यस पुस्तक भित्र
ज्ञ। मौलिक सिद्धान्त, शरीर रचना र क्रिया विज्ञान
ज्ञ।ज्ञ आयुर्वेद अवतरण, प्रकृति, शरीर, इन्द्रिय, मन र आत्मा, दोष, भेद, स्थान, कर्म, ज्ञान, धातु उपधातु, मल, पंचमहाभूत, संख्या र सामान्य परिचय
ज्ञ।द्द कोष, संगठन, तन्तु प्रकार, अस्थि प्रकार, संख्या, कर्म विभाजन, गणना, षडंग शरीर, सन्धि, प्रकार, कार्य, मांशपेशी, सामान्य प्रकार, नसा, स्वरयन्त्र, श्वासनली, फुप्mफुस, मुख, दन्त, लालाग्रन्थी, अन्ननली, आमाशय, ग्रहणी, क्षुद्रान्त
ज्ञ।घ रक्तसञ्चार प्रणाली, हृदय, धमनी, शिरा, रक्त उत्सर्जन प्रणाली, स्त्री पुरुष प्रजननांग, पंचेन्द्रियहरुको रचना र क्रिया सम्बन्धी ज्ञान
ज्ञ।द्ध जीवनीय घोल ९भ्भिअतचयष्तिभ ँगिष्म० को ज्ञान, पि.एच. मात्रा
द्द। द्रव्यगुण
द्द।ज्ञ द्रव्यगुण शास्त्रः परिचय, प्रयोजन, वर्णित पाँच एवं सात पर्दाथ, द्रव्य लक्षण, कर्म, समवाय, कारण द्रव्य, कार्य द्रव्य, वर्गीकरण, रस, गुण, वीर्य, विपाक प्रभावको परिभाषा, भेद, कर्म, विशाक्त गुण द्द।द्द पारिभाषिक शब्दहरुः– दीपन, पाचन, शमन, अनुलोमन, सं्रसन, भेदन, रेचन, वमन, संशोधन, छेदन, लेखन, ग्राही, स्तम्भन, रसायन, अभिष्यन्दी, बृहण आदि कर्मको ज्ञान
द्द।घ द्रव्य नाम र सामान्य प्रयोग ज्ञानः त्रिफला, त्रिकटु, चतुरुष्ण, पञ्चकोल, षडुषण, चतुर्वीज, पंचतिक्त, लघुपञ्चमूल, वृहतपञ्चमूल, दशमूल, अष्टवर्ग, पञ्चवल्कल, पञ्चतृण, जीवनीयगण, क्षाराष्टक, उपविष, अम्लगण, चतुस्नेह, शीलाजित, रसाञ्जन
द्द।द्ध निम्न द्रव्यहरुको आमयिक प्रयोग, प्रमोज्य अंग, मात्राको सामान्य जानकारीः आर्द्रक, आमलकी, अशोक, आरग्वध, अश्वगन्धा, अर्क, उशीर, उदूम्बर, एला, एरण्ड, कुटज, कुटकी, किराततिक्त, कम्पिल्लक, कटफल, कुमारी, कुश, कास, कुष्ठ, खदिर, गुग्गुल, गुडूची, गोक्षुर, चांगेरी, चित्रक, चन्दन, जपा, जटामसी, जीरक, जातीफल, तुलसी, दुर्वा, दारुहरिद्रा, द्रोणपुष्पी, धातकी, धान्यक, पिप्पली, पिपल, प्रियंगु, पाठा, पलास, पृश्निपर्णी, पुनर्नवा, बला, वृहती, बर, बरुण, बिल्व, बाकुची, बिडंग, बंशलोचन, विभीतक, भृंगराज, भूम्यामलकी, मुस्तक, मूलक, मरिच मण्डुूकपर्णी, मञ्जीष्ठा, यष्टिमधु, यवानी, रोहितक, रसोन, रुद्राक्ष, लवंग, लाक्षा, वचा, वासा, शतावरी, शंखपुष्पी, सर्पगन्धा, सारिवा, हरितकी, हरिद्रा, हिंगु, त्रिवृत्त
घ। रस शास्त्र तथा भैषज्य कल्पना
घ।ज्ञ रसशास्त्र परिचय र पारिभाषिक शब्द ः रस (पारद), महारस (अभ्रक, माक्षिक, शिलाजित), उपरस ( गन्धक, गैरिक), साधारण रस, (नवसादर, हिंगुल), सुधावर्ग (चुना, खटिका, दुग्धपाषाण, यवक्षार, सर्जिकक्षार, गोदन्ति, कपर्दक, शुक्ति, शंख, मृगश्रृंग, मयूरपुच्छ), रत्न (मोति, प्रवाल), धातु, उपधातु ( मण्डुर), विष (स्थावर, जांगंम), विष– उपविषको सामान्य परिचय
घ।द्द भैषज्य कल्पना ः भैषज्य कल्पनाको परिचय, महत्व, शुद्धिकरण महत्व, औषध स्रोत, पंचविध कषाय कल्पना (निर्माण विधि, मात्रा, प्रयोग सम्वन्धी सामान्य जानकारी)
घ।घ चूर्णः त्रिफला चूर्ण, सितोपलादि चूर्ण, अविपत्तिकर चूर्ण, सुदर्शन चूर्ण
घ।द्ध वटीः योगराज गुग्गुल, कुटज घनवटी
घ।छ अवलेहः वासावलेह, कण्टकार्यावलेह, कुटजावलेह, च्यवनप्राश, चित्रक हरीतकी
घ।ट अञ्जनः रसाञ्जन
घ।ठ आसव÷अरिष्टः कुमार्यासव, द्राक्षासव, लोहासव, दशमूलारिष्ट, अशोकारिष्ट
घ।ड घृत÷तैलः त्रिफला घृत, लसुन तेल, सिक्थ तेल
घ।ढ मलहमः दद्रुविद्रावण मलहम आदिको निर्माण, गुण, मात्रा, प्रयोग बारे सामान्य ज्ञान
द्ध। निदान र चिकित्सा
द्ध।ज्ञ अष्टविध परीक्षा, पंचनिदान
द्ध।द्द निम्न रोगहरुको निदान, लक्षण, चिकित्सा सम्बन्धी सामान्य ज्ञानः अग्निमान्ध, अतिसार, अम्लपित्त, आमवात, सन्धिवात, वातरक्त, उदररोग, कामला, कास, चर्मरोग, कृमी, ग्रहणी, गृध्रसी, ज्वर, प्रवाहिका, पाण्डू, विसर्प, मूत्रकृच्छ, राजयक्ष्मा, श्वास, शुल, शोध
छ। शल्य र शालाक्य चिकित्सा
छ।ज्ञ परिचय, व्रण शोथ, विद्रधि, सद्योव्रणका परिचय, कारण, भेद, लक्षण, चिकित्सा, अष्टविध शस्त्रकर्म, अस्थिभग्न, सन्धिच्यूत एवं प्रारम्भिक चिकित्सा
छ।द्द क्षारसुत्र को परिचय र विधिको सामान्य जानकारी
छ।घ नासागत रोग – संख्या सम्प्राप्ति, लक्षण, सामान्य चिकित्सा, प्रतिश्याय, नासागत रक्तपित्त, सूर्यावर्त, अर्धावभेदक, शीताद, दन्तशूल, कृमीदन्त, दन्तहर्ष, मुखपाक, तुण्डीकेरी शोथ, कष्ठशोथ, कर्णस्राव, कर्णशूल, पक्ष्मकोप, अभिष्यन्द, नक्तान्धका परिचय, लक्षण र सामान्य चिकित्सा
छ।द्ध नासागत एवं कर्णगत शल्य निर्हरण विधि
ट। बाल र स्त्री रोग
ट।ज्ञ परिभाषा, स्तन्यपान, क्षीरवर्धक द्रव्य, नाभिपाक, दन्तोद्भेदकालिक व्याधि, लक्षण, चिकित्सा, उदरशूल, बालातिसार, गुदपाक, कृमि, बालशोष, फक्क, छर्दि, बाल कामला, बाल श्वसनक ज्वर, प्रतिश्याय लक्षण, सामान्य चिकित्सा
ट।द्द स्त्री ऋतुकाल, रज काल, रजस्वला, कष्टार्तव, श्वेतप्रदर, सूतीका रोग, कारण, लक्षण, सामान्य चिकित्सा
ट।घ गर्भिणी मासानुमासिक परिचर्या, पाण्डु, कामला, शोथ, कारण, लक्षण सामान्य चिकित्सा
खण्ड ९क्भअतष्यल० ९द्य० स् ५० अङ्क
ठ। स्वस्थवृत्त
ठ।ज्ञ स्वस्थवृत्तको परिभाषा, स्वास्थ्य लक्षण, रोग कारण, लक्षण,
ठ।द्द दिनचर्या, ऋतुचर्या, जनपदोध्वंश, ओकसात्म्य, धारणीय अधारणीय वेग
ठ।घ व्यायाम, स्नान, अभ्यंग, व्याधिक्षमत्व ज्ञान
ठ।द्ध योग एवं प्राकृतिक चिकित्साको सामान्य ज्ञान
ठ।छ अष्टांग योग को परिचय र महत्व
ठ।ट केही बहुउपयोगी आशनहरूको परिचय विधि र फाइदा– सूर्य नमस्कार, पद्मासन, वज्रासन, सिद्धासन, गोमुखासन, ताडासन, उष्ट्रासन, पवनमुक्तासन, सर्वाङ्गासन
ठ।ठ प्राणायामको परिचय र महत्व
ठ।ड अनुलोम विलोम, भ्रामरी, कपालभाति प्राणायाम को सामान्य परिचय, विधि र महत्वबारे जानकारी
ड। पंचकर्म चिकित्सा
ड।ज्ञ पंचकर्म को परिचय र महत्व
ड।द्द पूर्व कर्म, स्नेहन, अभ्यङ्ग को परिचय, महत्व र विधिबारे जानकारी
ड।घ स्वेदन को परिचय र महत्वबारे जानकारी
ड।द्ध नाडी स्वेदन एवं सर्वाङ्ग पेटी स्वेदन को प्रयोग विधिबारे जानकारी
ड।छ सामान्य पूर्व कर्म हरु जस्तै जानु बस्ती कटी बस्ती शिरोधारा योनि प्रक्षालन आदिको प्रयोग विधिबारे
जानकारी
ड।ट प्रतिमर्श नस्य, मात्रा वस्ति परिचय र विधिवारे जानकारी
ढ। सामुदायिक चिकित्सा
ढ।ज्ञ निम्नलिखित रोगहरुको परिचय, निदान, लक्षण, रोकथाम र चिकित्सा बारे सामान्य ज्ञानः
ठेउला ९ऋजष्अपभलउयह०, दादुरा ९ःभबकभिक०, हाँडे÷कर्णमूलशोथ ९ःगmउक०, कुष्ठरोग ९ीभउचयकथ०, विषमज्वर ९ःबबिचष्ब०, कालाज्वर ९प्बबिशबच०, श्लीपद ९ँष्बिचष्ब०, प्रवाहिका ९म्थकभलतभचथ०, लहरेखोकी ९ध्जययउष्लन अयगनज०, भ्यागुते रोग ९म्ष्उजतजभचष्ब०, धनुष्टंकार ९त्भतबलगक०, गण्डुस्पदक्रिमी ९च्यगलमधयचm०, अङ्कुशेजुका ९ज्ययपधयचm०, स्फितक्रिमी ९त्बउभधयचm०, चूर्ना ९एष्लधयचm०, प्रतिश्याय ९ऋयmmयल अयमि०, क्षयरोग÷राजयक्ष्मा ९त्गदभचअगयिकष्क०, मुखशोथ ९क्तयmबतष्तष्क०, यकृतशोथ ९ज्भउबतष्तष्क०, दाद÷दद्रु ९च्ष्लनधयचm०, लुतो÷पामा ९क्अबदष्भक०, आमाशयगतशो ९न्बकतचष्तष्क०, मष्तिष्कावरण ज्वर ९ःभलष्लनष्तष्क०
ढ।द्द समुदायमा हुने सरुवा रोगहरुको परिचय र नियन्त्रण, खोप पद्धति बारे सामान्य ज्ञान
ढ।घ कुपोषण ९ःबलिगतचष्तष्यल० जन्य रोगहरुको सामान्य परिचय, निदान र चिकित्सा
ढ।द्ध नसर्ने रोगहरूको सामान्य परिचय
ढ।छ मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अर्बुद रोग, थाइराइड सम्बन्धी विकृति हरूको सामान्य परिचय, जीबनशैली तथा
व्यवस्थापन वारे जानकारी
ढ।ट निम्न अवस्थाहरुको प्राथमिक उपचार, कारण, लक्षण बारे ज्ञान– कृत्रिम श्वासप्रश्वास क्रिया, ड्रेसिङ तथा
वेण्डेज, रक्तस्राव, विष, सर्पविष, रेविज रोग, पानीमा डुब्नु, दग्ध, लु लाग्नु, अस्थिभग्न, सन्धिच्यूत
९म्ष्कयिअबतष्यल०
ढ।ठ जनस्वास्थ्य वातावरणीय स्वास्थ्य, वायु, जलको ज्ञान, ऋबचदयजथमचबतभ, एचयतभष्ल, ँबत, ःष्लभचब,ि ख्ष्तबmष्ल,
पानी, अन्न, दूध, मासु बारे ज्ञान
ज्ञण्। परिवार नियोजन, जनसंख्या तथा स्वास्थ्य प्रणाली
ज्ञण्।ज्ञ ख्ष्तब िक्तबतष्कतष्अक, जनसंख्या, जनगणना, मातृ–मृत्युदर, शिशु जन्म तथा मृत्युदर, परिवार नियोजनका विधिहरु
र तिनका फाइदा बेफाइदा बारे ज्ञान
ज्ञण्।द्द नेपालमा प्रचलित स्वास्थ्य प्रणालीहरू सम्बन्धी जानकारी
ज्ञण्।घ आयुर्वेद विभाग, प्रादेशिक स्वास्थ्य मन्त्रालय तथा स्थानिय तहका स्वास्थ्य शाखा÷महाशाखा सम्बन्धी जानकारी
ज्ञण्।द्ध आयुर्वेद चिकित्सा परिषद नेपाल, ध्यचमि ज्भबतिज इचनबलष्शबतष्यल, च्भम अचयकक सम्बन्धी जानकारी
ज्ञण्।छ आयुर्वेदका राष्ट्रिय कार्यक्रमहरु सम्बन्धी जानकारी
ज्ञण्।ट नागरिक आरोग्य कार्यक्रम सम्बन्धी जानकारी
ज्ञण्।ठ आयुर्वेद सूचना ब्यवस्थापन प्रणाली सम्बन्धी जानकारी
थप समाग्री
८. आयुर्वेद स्वास्थ्य व्यवस्थापन
८.१. नेपालमा आयुर्वेद स्वास्थ्यको विकासक्रम
८. २. राष्ट्रिय स्वास्थ्य नीति, २०७६ र राष्ट्रिय आयुर्वेद
स्वास्थ्य नीति, २०५२
८.३. कर्णाली प्रदेशको स्वास्थ्य नीति, २०७६
८.४. स्वस्थ्य सेवा ऐन, २०५३ (आचरण, विदा, सजाय,
स्तरवृद्धि, सरुवा, बढ़वा)
८.५. आयुर्वेद सूचना प्राणालि
८.६. औषधिको भण्डारण, वितरण सम्बन्धि सामान्य ज्ञान
८. ७. Job Description of Auxiliary Ayurveda Health Worker (AAHW)
८. विविध
८.१ स्थानीय सरकार संचालन ऐन, २०७४ ( परिच्छेद ३)
८.२ आयुर्वेद चिकित्सा परीषद ऐन, २०४५
८.३ राष्ट्रिय आयुर्वेद स्वास्थ्य नीति, २०५२
८.४ सुदूरपश्चिम प्रदेशको जनस्वास्थ्य ऐन, २०७६
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